बजरी से भरे ट्रक की चपेट में आने से युवक की मौत, लोगों ने किया पुलिस पर पथराव
सुप्रीम कोर्ट की रोक बेअसर
राजस्थान में बजरी पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद भारी मात्रा में अवैध बजरी खनन हो रहा है। और किसाी भी हालत में बजरी खनन पर रोक लगाना नामुमकिन हो रहा है। कुछ अधिकारियों कि मिलीभगत के कारण बजरी पर पुरी तरह से रोक लगाना लगभग मुश्किल हो रहा है, साथ ही बजरी से भरे ट्रक लोगों के लिए काल बन रहे हैं। ऐसी ही एक घटना ने लोगों को बेकाबू होने पर मजबूर कर दिया। धौलपुर शहर में बजरी का अवैध खनन कर रहे माफियाओं ने शनिवार शाम को आनंद नगर निवासी 17 साल के रामकेश की जान ले ली। अवैध बजरी से भरे तेज रफ्तार ट्रैक्टर के चालक ने नरेश प्रजापति के बेटे रामकेश को कुचल दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। तथा आरोपी ट्रैक्टर छोड़कर फरार हो गया। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने धौलपुर-भरतपुर मार्ग पर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस पोस्टमार्टम के लिए शव को चिकित्सालय ले गई, लेकिन आक्रोशित लोग शव को चिकित्सालय से वापस ले आए और धौलपुर-बाड़ी मार्ग स्थित जगदीश तिराहे पर सड़क पर शव को रखकर फिर जाम लगा दिया। इस दौरान वहां खड़ी पुलिस ने समझाइश का प्रयास किया, लेकिन कुछ युवकों ने यह समझ पथराव कर दिया कि पुलिस उन्हें खदेड़ने आ रही है। इसके बाद भगदड़ मच गई और पुलिसकर्मी लोगों का आक्रोश देख भाग खड़े हुए। करीब पन्द्रह मिनट तक पथराव चलता रहा। आसपास के लोगों और पुलिस ने दुकानों के भीतर छुपकर जान बचाई। इस प्रदर्शन के बीच बजरी माफिया वापस पहुंचे और ट्रैक्टर लेकर भाग गए। पुलिस मूकदर्शक बनी रही। बाद में प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने के लिए लाठियां बरसाई। लोगों ने भी पथराव किया। पुलिस ने 10 से 12 हवाई फायर कर लोगों को भगाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रही। लाठीचार्ज और पथराव में पुलिसकर्मी, पत्रकार सहित कई नागरिक घायल हो गए। बाद में एक लाख की सहायता के आश्वासन के बाद परिजन शव हटाने पर राजी हुए।
आतंक का पर्याय बना बजरी माफिया
धौलपुर में बजरी माफिया आतंक का पर्याय बन गया है। यहां की सड़कों पर दिनभर अवैध बजरी से भरे ट्रैक्टर, ट्रक और अन्य वाहन दौड़ते रहते हैं। इनसे होने वाले हादसों में लोगों की जान जाती है। 15 दिन पहले एक ट्रैक्टर से कुचलकर बाइक सवार कि मौत हो गई थी। याद रहे कि सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर 2017 में प्रदेश में बजरी खनन पर रोक लगाई थी। इसके बावजूद पुलिस व कुछ अधिकारियों की मदद से लगातार अवैध खनन जारी है। गौरतलब है कि कुछ समय पहले रिश्वत के मामले में पुलिस विभाग नेे 21 पुलिसकर्मी व 3 थानेदार पर सख्त कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया था।